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यूपी डेस्क: यूपी के जालौन के राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन टेबल पर गलत मरीज लेटाने के मामले में एक्शन हुआ है. लापरवाही बरतने के आरोप में दो डॉक्टर और तीन नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है. फिलहाल, जांच के आदेश देते हुए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी. गौरतलब है कि खुद सूबे के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने घटना का संज्ञान लिया. उन्होंने ही सोशल मीडिया के माध्यम से निलंबन और जांच कमेटी बनाए जाने की जानकारी दी. ब्रजेश पाठक ने ‘एक्स’ पर लिखा- उरई राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन टेबल पर गलत मरीज लेटाने की खबर का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में मामले की जांच हेतु प्रधानाचार्य एवं विभागाध्यक्ष, फोरेंसिक मेडिसिन की एक संयुक्त कमेटी गठित कर की दी गई है.
इसके साथ ही प्रधानाचार्य द्वारा आरोपित व ड्यूटी में तैनात दो डॉक्टर और तीन नर्स को अग्रिम आदेशों तक निलंबित करते हुए प्रधानाचार्य कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है. जांच कमेटी द्वारा जांच पूर्ण करने के बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी. आपको बता दें कि माधौगढ़ के डिकौली गांव निवासी ब्रजेश चौधरी आंतों में सूजन होने पर बीते सोमवार को मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर-7 में भर्ती हुए थे. डॉक्टर ने उन्हें दो दिन तक भर्ती रहने की सलाह दी थी और बुधवार को डिस्चार्ज करने की बात कही. लेकिन बुधवार को दो वार्डबॉय ब्रजेश को जांच करवाने की बात कहकर ऑपरेशन थियेटर में लेकर चले गए और ऑपरेशन की तैयारी करने लगे.
ब्रजेश को ऑपरेशन रूम वाले कपड़े पहना दिए गए और उसके शरीर में कई जगहों पर मार्कर से गोले बना दिए गए. जब ब्रजेश ने विरोध किया, तो स्टॉफ ने डांट-फटकार कर चुप करा दिया. आखिर में वह किसी तरह बहाने से ऑपरेशन थियेटर से भाग निकला. सीनियर डॉक्टर को पूरी कहानी बताई तो पता चला कि वार्डबॉय गलत मरीज को ऑपरेशन थियेटर में लेकर चले गए थे. उसका तो ऑपरेशन ही नहीं होना था. इस घटना ने अस्पताल की बड़ी लापरवाही उजागर कर दी.