फतेहपुर में मकबरे पर शिव मंदिर होने का दावा, भारी बवाल पर हिंदू और मुस्लिम पक्ष के दावे

Fourth Pillar Live

यूपी डेस्क: नवाब अब्दुल समद का मकबरा या ऐतिहासिक शिव मंदिर… यूपी के फतेहपुर में इसको लेकर विवाद बढ़ गया है. एक दिन पहले हिंदू संगठनों ने डीएम से इस मकबरे में पूजा-पाठ की इजाजत मांगी थी. हालांकि, इजाजत तो नहीं मिली मगर मकबरे के आसपास बैरिकेडिंग करते हुए भारी फोर्स जरूर तैनात कर दी गई. ऐसे में आज यानी सोमवार को बड़ी संख्या में हिंदूवादी संगठन के लोग मौके पर जमा हो गए और कथित तौर पर मकबरे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने लगे. जैसे-तैसे पुलिसवालों ने उन्हें रोका. उधर, मुस्लिम समुदाय के लोग भी मकबरे की ओर बढ़ने लगे. जिससे माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया.

दरअसल, फतेहपुर के सदर तहसील क्षेत्र स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे को बीजेपी जिलाध्यक्ष ने मंदिर होने का किया दावा किया है. उन्होंने इसे लगभग एक हजार वर्ष पुराना बताया है. इस मकबरे में ठाकुर जी/शिव मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति और बीजेपी समेत कई हिंदू संगठनों ने 11 अगस्त को पूजा-पाठ करने का किया ऐलान किया था. उन्होंने मंदिर के स्वरूप को बदलकर इसे मकबरा बनाने का आरोप लगाया है. हिंदू संगठनों का कहना है कि मकबरे में कमल के फूल व त्रिशूल बने हैं, इससे पुष्टि होती है ये एक प्राचीन मंदिर था, जिसे बाद में मकबरे में बदल दिया गया.

फिलहाल, जिला प्रशासन से वार्ता हो रही है, बराबर बात हो रही है. जिला प्रशासन को हमने 10 दिन पहले ही कहा था कि आप अपने राजस्व विभाग के द्वारा इसको दिखवा लीजिए लेकिन प्रशासन तो मस्ती में रहता है. कोई सुनवाई नहीं हुई. उनके कान में जू नहीं रेंगी. जो व्यक्ति कहता है कि यह मंदिर नहीं है, कोई दूसरा है, तो इसका साक्ष्य प्रमाणिकता के साथ दिखाए. प्रशासन बीच में आए और मध्यस्थता कराए. हमारे पास बहुत सारे साक्ष्य हैं. जैसे- मंदिर में परिक्रमा मार्ग है, धार्मिक कुआं है, कमल-त्रिशूल के निशान हैं. छत्र की जंजीर आज भी मौजूद है. ये सब किसी मस्जिद या मकबरे में नहीं होती.

डीएम रवींद्र सिंह ने कहा कि अभी कानून व्यवस्था सामान्य है. लोग अपने-अपने घर चले गए हैं. फिलहाल, अभी हमारी प्राथमिकता है कि लोगों में विश्वास बहाल हो. वहीं, एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है. हालात कंट्रोल में हैं. दोनों पक्षों को समझाकर भेज दिया गया है. हालात को देखते हुए दंगा नियंत्रण स्कीम लागू की गई है. डीजीपी मुख्यालय लगातार पूरे मामले पर नजर रखे है. बांदा से एक ASP, एक DSP, 6 इंस्पेक्टर, 5 थानों की फोर्स फतेहपुर रवाना हो गई है. पहले से भी मौके पर कई थानों की पुलिस पहुंची हुई है.

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