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यूपी डेस्क: उत्तर प्रदेश में पुराने आलू को हानिकारक रसायनों के जरिए नया बनाया जा रहा है। इसकी शिकायतें मिलने पर प्रदेशभर में जांच अभियान शुरू कराया गया। दो दिन की जांच में 737 प्रतिष्ठानों की जांच की गई। जहां भी मिलावटी आलू मिला, उसे नष्ट कराया गया। सभी जिलाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्रदेशभर में निरंतर जांच अभियान चलाया जाए। प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर पुराने आलू को नया आलू बनाकर बेचने की शिकायत मिल रही है। इसमें हानिकारक रसायन, अम्ल/लाल रंग, मिट्टी आदि का प्रयोग किया जा रहा है।
इन शिकायतों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त डॉ रोशन जैकब ने प्रदेशभर के जिलाधिकारियों को जांच के निर्देश दिए थे। इसके तहत प्रदेशभर में चले जांच अभियान के दौरान 737 स्थानों पर निरीक्षण किया गया। इसी तरह 72 स्थानों पर छापेमारी की गई, जहां से 35 नमूने लिए गए। रसायनयुक्त मिलने वाले करीब 8.49 लाख के 754.59 क्विंटल आलू जब्त करके नष्ट कराया गया। आयुक्त ने बताया कि पुराने आलू को नया बनाने के लिए हानिकारक रसायन/अम्ल, एवं रंगीन मिटटी की मिलावट पाए जाने पर संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।