Fourth Pillar Live
द्वारका डीसीपी ने बताया कि दोपहर 3:07, 3:08 और 3:21 बजे कई PCR कॉल्स आई, जिनमें बताया गया कि एक महिला और बच्ची मलबे में फंसी हैं. पुलिस ने बताया कि यह इमारत प्रदीप यादव और उनकी पत्नी सोनू यादव की है, जिसे उन्होंने नीरज (36) नामक व्यक्ति से खरीदा था. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इमारत में ग्राउंड फ्लोर, पहला और अधूरा दूसरा फ्लोर था. प्रदीप और उनकी पत्नी शुक्रवार को गर्डर हटाने का कार्य कर रहे थे, तभी इमारत का हिस्सा गिर गया. मलबे से निकाली गई महिला की पहचान नीरज की पत्नी पूनम के रूप में हुई, जबकि उनकी बेटी नव्या को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पूनम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि नीरज को 20 अक्टूबर तक इमारत खाली करनी थी. फिलहाल मलबा हटाने का कार्य जारी है और यह जांच की जा रही है कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का उल्लंघन तो नहीं हुआ. पुलिस ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.