Fourth Pillar Live
नई दिल्ली डेस्क: बाहरी दिल्ली क्षेत्र के 150 से अधिक छठ घाटों पर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इन घाटों को सुंदर ढंग से सजाया गया है, जहां आज शाम श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। सोमवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही यह चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व संपन्न होगा। छठ महापर्व को लेकर बाहरी दिल्ली के नरेला, बवाना, नांगलोई, मंगोलपुरी, किराड़ी, रानीखेड़ा, मुंडका, बादली, रोहिणी समेत अन्य क्षेत्रों में छठ समितियों ने घाटों की तैयारियां पूरी कर ली हैं। कई स्थानों पर नए घाट भी बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।
छठ घाटों पर पानी भरने का काम दिल्ली जलबोर्ड की ओर से किया जा रहा है। कई स्थानों पर टैंकरों और पाइपलाइन से जल की आपूर्ति की जा रही है। प्रशासन की ओर से घाटों को आकर्षक ढंग से सजाने का काम भी लगातार जारी है। जगह-जगह लाइटिंग, रंग-बिरंगी चेजिंग लाइट्स और सजावटी पंडालों की व्यवस्था की गई है, जिससे पूरा माहौल छठ मइया के जयघोष से गूंज उठा है। सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए नगर निगम के कर्मचारियों को घाटों पर तैनात किया गया है। साथ ही महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग चेंजिंग रूम और मोबाइल टायलेट्स की व्यवस्था भी की गई है। सुरक्षा को लेकर पुलिस ने विशेष प्रबंध किए हैं। सभी प्रमुख घाटों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही छठ समितियों के स्वयंसेवक (वालंटियर्स) भी पुलिस के साथ मिलकर श्रद्धालुओं को सहयोग प्रदान करेंगे। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित स्थानों पर ही पूजा करें और किसी भी प्रकार की अफवाह या अव्यवस्था से बचें।
छठ समितियों ने बताया कि इस वर्ष दिल्ली सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से पर्याप्त सहयोग मिला है। समितियों की मांग पर कई घाटों पर स्थाई प्रकाश व्यवस्था और साफ-सफाई की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। स्थानीय लोगों में छठ पर्व को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। सांझ ढलते ही श्रद्धालु टोकरी और सूप लेकर घाटों पर पहुंचेंगे और डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। महिलाएं पारंपरिक गीतों के साथ छठ मइया की आराधना करेंगी। पूरे बाहरी दिल्ली क्षेत्र में छठ घाटों पर भक्तिमय वातावरण रहेगा और श्रद्धालु सूर्यदेव से अपने परिवार की सुख, समृद्धि और आरोग्यता की कामना करेंगे।