Fourth Pillar Desk
लखनऊः उत्तर प्रदेश की सियासत में समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के बीच डीएनए को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सपा मीडिया सेल के पाठक के डीएनए पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद माहौल गरमाया. इसी बीच, अखिलेश यादव ने एक्स के माध्यम से बृजेश पाठक को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है.
पत्र में अखिलेश ने लिखा कि “आप पहले ऐसे नहीं थे. मेरे डीएनए पर टिप्पणी करना यदुकुल का अपमान है. भगवान श्रीकृष्ण यदुकुल से थे. ऐसी टिप्पणी आहत करती है.” उन्होंने उम्मीद जताई कि पाठक भविष्य में ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करेंगे. साथ ही, सपा मीडिया सेल की टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि “जिसने आपके बारे में ऐसा लिखा, उसे समझा दिया गया है. वह ऐसी भाषा दोबारा नहीं दोहराएगा.”
दरअसल, सपा मीडिया सेल ने पाठक के डीएनए पर सवाल उठाते हुए अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया. लखनऊ के हजरतगंज थाने में सपा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और पाठक समर्थकों ने अखिलेश का पुतला फूंका. जवाब में पाठक ने कहा कि सपा की भाषा उनकी मानसिकता को दर्शाती है. अखिलेश ने पत्र में पाठक को उनकी जिम्मेदारियों का भी स्मरण कराया, खासकर स्वास्थ्य मंत्री के रूप में. यह विवाद यूपी की सियासत में नया मोड़ ला सकता है, क्योंकि दोनों पक्षों की बयानबाजी ने माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया है.