Fourth Pillar Desk

लखनऊ: मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ एक ऐतिहासिक, औद्योगिक और शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है, जिसे खेल, शिक्षा, संस्कृति और व्यापार का प्रेरणादायी केंद्र बनाया जाना चाहिए. उन्होंने इस योजना को मेरठ के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक मील का पत्थर बताया और सभी परियोजनाओं को पारदर्शिता, समयबद्धता और गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप क्रियान्वित करने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ को आधुनिक बुनियादी ढांचे और सांस्कृतिक पहचान के साथ विकसित करने की दिशा में इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान की समीक्षा की. बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत 93 परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिनकी कुल अनुमानित लागत लगभग 15,000 करोड़ रुपये है. इनमें से छह परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ एक ऐतिहासिक, औद्योगिक और शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है, जिसे खेल, शिक्षा, संस्कृति और व्यापार का प्रेरणादायी केंद्र बनाया जाना चाहिए. उन्होंने इस योजना को मेरठ के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक मील का पत्थर बताया और सभी परियोजनाओं को पारदर्शिता, समयबद्धता और गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप क्रियान्वित करने के निर्देश दिए.

मेरठ का स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा इतिहास, खेल उद्योग में अग्रणी भूमिका, और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से निकटता इसे एक विशेष स्थान प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि इस योजना में स्थानीय पहचान, परंपरागत शिल्प और सांस्कृतिक विरासत को विशेष रूप से संरक्षित करते हुए विकास कार्य किए जाने चाहिए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि स्मार्ट मेरठ की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए शहर में केवल डिजिटल होर्डिंग लगाए जाएं, पूरे नगर को सीसीटीवी नेटवर्क से जोड़ा जाए और निगरानी व्यवस्था को व्यापारिक प्रतिष्ठानों व आम नागरिकों की भागीदारी से और मजबूत किया जाए. उन्होंने कहा कि निगरानी फुटेज आवश्यकता पड़ने पर पुलिस के लिए आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *