Fourth Pillar Live
यूपी डेस्क: साधना प्लस न्यूज़ चैनल का हेड बताने वाला यूपी का एक कथित ब्लैकमेलर पत्रकार गजगोबर सिंह नये सूचना निदेशक पर डोरे डालने की जुगत में लगा है। इसके लिए उसने अपने पुराने धंधे ( सप्लाई) ‘लेडी गैंग’ को एक्टिव कर दिया है। गजगोबर सिंह के पास ऐसी कई ऐसी लड़कियों की फेहरिस्त है जिसके बलबूते अब तक वह फलता – फूलता आया है। जिसका मुख्य व्यवसाय मीडिया का चोला ओढ़ वेश्यावृत्ति ही है, लेकिन वह अपनी हुस्न परियों के दम पर पत्रकारिता का दामन ओढ़कर अफ़सरों और नेताओं/मंत्रियों पर डोरे डालता हैं।
वही वैश्याएं नेता, अधिकारी और मंत्रियों को अपने हुस्न के जाल में फँसाकर उसका वीडियो बनाकर, ब्लैकमेल करने लगती हैं। बस यही से शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का वो काला धंधा, जिसके दम पर लखनऊ से लेकर ग़ाज़ियाबाद, नॉएडा और दिल्ली के साथ – साथ देश के कई हिस्सों तक सेंधमारी की जाती है। एक बार जो अधिकारी, नेता व् मंत्री इनके चंगुल में फँस जाता है फिर ये लड़कियाँ उसे लगातार ब्लैकमेल करती रहती हैं। गजगोबर गैंग की कई लड़कियां ऐसी भी हैं जिन्हें एड्स जैसी जानलेवा बीमारी भी है। ब्यूरोक्रेट्स के साथ-साथ गजगोबर गैंग की लड़कियाँ राजनेताओं को भी अपना शिकार अपनी हुस्न की बदौलत बड़े ही आसानी से बना लेती है।
2010 के शुरुआती दशक से शुरू हुआ इसका धंधा अब बहुत आगे बढ़ चुका है । सपा सरकार, बसपा सरकार और अब भाजपा सरकार में भी इस गिरोह ने वैश्याओं के दम परकई बड़ी व् नामचीन हस्तियों को शिकार बना रखा है। ऐसी ही मामला हाल ही का है, गजगोबर सिंह की लेडी गैंग के चंगुल से बचने के लिए यूपी के पूर्व सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने भी साधना प्लस चैनल को लगभग हर महीने लाखों रुपया का विज्ञापन दिया। धीरे धीरे निदेशक महोदय लेडी गैंग के इतना क़रीब हो गए कि साधना प्लस जैसे झंडुबाम व् दग चुके चैलन को फ़िल्में बनाने जैसे विज्ञापन भी मिलने लगे।
लेकिन अचानक शिशिर सिंह के हटने के बाद से कथित पत्रकार का तिलिस्म टूट गया। लिहाज़ा उसने लेडी गैंग को दोबारा एक्टिव कर नये सूचना निदेशक के पीछे लगा दिया है। कथित पत्रकार गजगोबर सिंह जातीय गणित बैठाकर अपनी रिश्तेदारी निकालने में भी जुटा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टारगेट कर नेता, अधिकारी व मंत्रियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाकर उसे ब्लैकमेल कर सके।