डॉक्टर ने प्लास्टिक सर्जरी से विदेशी महिलाओं का चेहरा बदला, करवाता था गंदा काम

Fourth Pillar Live

यूपी डेस्क: चिकित्सकों यानी डॉक्टर्स को धरती पर भगवान माना जाता है, लेकिन इनके दूसरे रूप बेहद घिनौने हैं। चिकित्सकों के मानव अंगों की तस्करी में लिप्त होने के तो कई मामले सामने आए हैं, लेकिन लखनऊ में एक डॉक्टर का नाम सेक्स रैकेट चलाने में सामने आया है। डॉ. विवेक गुप्ता ने प्लास्टिक सर्जरी से उज्बेकिस्तान की दो महिलाओं के चेहरे में बदलाव कर उनको अवैध रूप से शरण देकर सेक्स रैकेट का संचालन किया। डॉ. विवेक गुप्ता का सुल्तानपुर रोड पर अहिमामऊ और गोमतीनगर के पत्रकारपुरम पर मिनर्वा क्लीनिक है। डॉ. विवेक गुप्ता ने उज्बेकिस्तानी महिला होलिडा व निलोफर की प्लास्टिक सर्जरी की।

लखनऊ में बिना पासपोर्ट वीजा के रह रही उज्बेकिस्तानी महिलाओं की प्लास्टिक सर्जरी से पहचान छुपाने के रैकेट का खुलासा होने से खुफिया विभाग भी हैरत में है। विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) की टीम दो उज्बेकिस्तानी महिलाओं होलिडा और निलोफर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। दोनों महिलाओं ने बताया कि दो वर्ष से लखनऊ में हैं और त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा के कहने पर डॉक्टर विवेक गुप्ता ने मोटी रकम लेकर उनकी प्लास्टिक सर्जरी की थी।

अहिमामऊ के ओमेक्स हजरतगंज की पांचवीं मंजिल के फ्लैट नंबर 527 में जब सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने एफआरआरओ टीम के साथ छापा मारा तो बेहद संगीन मामला सामने आया। यहां पर दो विदेशी महिलाओं को पकड़ा गया है, जो बिना वैध दस्तावेजों के रह रही थीं। महिलाओं ने बताया कि वे उज्बेकिस्तान से हैं और उनके पासपोर्ट और वीजा खो गए हैं। मामला अवैध रूप से विदेशी नागरिकों को शरण देने और पहचान बदलने से जुड़ा है।

महिलाओं ने बताया कि उनकी मुलाकात डा. विवेक गुप्ता से हुई थी, जिन्होंने उनकी प्लास्टिक सर्जरी की और उन्हें पहचान पत्र के बिना ही रहने की अनुमति दी। इसके साथ त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा ने भी उन्हें रहने में मदद की। एफआरआरओ टीम ने बताया कि डॉ. विवेक गुप्ता और त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा के खिलाफ विदेशी अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस रैकेट की लीडर उज्बेकिस्तान की लोयोला है। उसके खिलाफ उज़्बेकिस्तान सरकार ने लुक आउट नोटिस जारी कर रखा था। वहां से भागकर वह चोरी छिपे लखनऊ में रह रही थी। यहां पर अर्जुन से शादी कर ली थी, अर्जुन खुद को पत्रकार बताता था। पुलिस सभी बिंदुओं पर  जांच  कर  रही  है।

डॉ. विवेक गुप्ता से पूछताछ की जा रही है कि प्लास्टिक सर्जरी से अब तक कितने लोगों का चेहरा बदला है। अब तक की जानकारी में सामने आया है कि चेहरे में बदलाव करने से वह विदेशी नहीं लगती थी, जिससे वह आसानी से यहां रह रही थी। सुशांत गोल्फ सिटी थाना में डॉक्टर विवेक गुप्ता और त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

 

 

 

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