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यूपी डेस्क: गोरखपुर में प्रशिक्षु महिला सिपाहियों द्वारा अव्यवस्थाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद सेनानायक आनंद कुमार और प्लाटून कमांडर संजय राय को निलंबित कर दिया गया है। वहीं गोरखपुर पीटीएस के डीआईजी एवं प्रधानाचार्य रोहन पी. कनय को प्रतीक्षारत किया गया है। कानपुर स्थित केंद्रीय रिजर्व स्टोर में तैनात एडिशनल एसपी निहारिका शर्मा को 26वीं वाहिनी पीएसी का प्रभारी सेनानायक बनाया है। पीटीएस गोरखपुर के एएसपी अनिल कुमार-1 को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाया गया है।
गोरखपुर पीटीएस में प्रशिक्षु सिपाहियों द्वारा हंगामा करने की जानकारी मिलते ही डीजीपी राजीव कृष्ण ने पीएसी के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी। उन्होंने एडीजी पीएसी आरके स्वर्णकार को तत्काल गोरखपुर भेजा, जो महिला सिपाहियों की समस्याओं को दूर कराने की कवायद में जुटे हैं। डीजीपी ने बताया कि गोरखपुर स्थित 26वीं वाहिनी पीएसी में रिक्रूट महिला सिपाहियों की समस्याओं का शासन एवं पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। तथ्यों एवं प्रारंभिक जांच के आधार पर 26वीं वाहिनी के सेनानायक आनंद कुमार को शिथिल पर्यवेक्षण एवं उत्तरदायित्व निर्वहन में लापरवाही करने का दोषी पाए जाने पर शासन से निलंबन की संस्तुति की गई थी। बता दें कि आनंद कुमार वर्ष 2015 बैच के प्रमोटी आईपीएस हैं।
इसके अलावा प्लाटून कमांडर एवं आरटीसी प्रभारी संजय राय को भी महिला प्रशिक्षुओं की समस्याओं का निराकरण न करने की वजह से निलंबित किया गया है। बता दें कि संजय राय पर प्रशिक्षु सिपाहियों ने अभद्रता करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी ओर शासन ने पीटीएस, मेरठ के डीआईजी सत्येंद्र कुमार को भी प्रतीक्षारत करते हुए उनकी जगह पीएसी आगरा अनुभाग की डीआईजी पूनम को भेजा गया है। पूनम को डीआईजी पीएसी मेरठ के साथ पीटीएस का प्रधानाचार्य भी बनाया गया है। सूत्रों की मानें तो शासन ने खासकर महिला प्रशिक्षण केंद्रों पर महिला अफसरों की तैनाती का निर्देश दिया था, जिसका पालन नहीं किया गया। गोरखपुर में प्रशिक्षु सिपाहियों द्वारा समस्याओं को लेकर हंगामे के बाद आनन-फानन में दो महिला अफसरों को कमान सौंपी गई है।