Fourth Pillar Live
यूपी डेस्क: 79वां स्वतंत्रता दिवस इस बार द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक वाराणसी के बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में राष्ट्रभक्ति और आध्यात्म के अनूठे संगम के साथ मनाया गया. आज तड़के सुबह मंगला आरती के दौरान बाबा काशी विश्वनाथ का भव्य और दिव्य श्रृंगार किया गया, जिसे देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया. बाबा को राष्ट्र ध्वज के तीनों रंगों- केसरिया, सफेद और हरे रंग में सजाया गया था.
बाबा के दरबार को तिरंगे के तीनों रंगों के फूलों से सजाया गया था. केसरिया गेंदा, सफेद रजनीगंधा और हरे रंग की पत्तियों से गर्भगृह का हर कोना दुल्हन की तरह सजा हुआ था. इसके अलावा, गर्भगृह में जगह-जगह राष्ट्र ध्वज भी लगाए गए थे, जो इस ऐतिहासिक क्षण को और भी खास बना रहे थे. मंगला आरती के दौरान पूरा दरबार शंख और घंटियों की मधुर आवाज से गूंज उठा. हजारों की संख्या में मौजूद भक्तों ने ‘हर हर महादेव’ और ‘जय हिंद’ के नारे लगाए, जिससे पूरे माहौल में एक अद्भुत ऊर्जा का संचार हुआ. भक्तों का कहना था कि देशभक्ति और भोले की भक्ति का ऐसा अद्भुत संगम उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य अर्चक ने बताया कि यह पहली बार है जब स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बाबा का ऐसा विशेष श्रृंगार किया गया है. उन्होंने कहा कि यह श्रृंगार देश की एकता और अखंडता के साथ-साथ हमारी आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है. बाबा के दर्शन के लिए सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं, जो इस ऐतिहासिक दृश्य को अपनी आंखों में कैद करना चाहते हैं. यह दृश्य बताता है कि आध्यात्म और राष्ट्रभक्ति दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं.