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यूपी डेस्क: शहर में स्पा सेंटर और सैलून की आड़ में देह व्यापार चल रहा था। पाश इलाके में संचालित दो स्पा सेंटर व सैलून पर पुलिस ने शुक्रवार शाम छापा मारा। दोनों में 15 युवती और चार युवक पकड़ लिए। एक स्पा सेंटर संचालक को भी दबोच लिया गया। यहां काफी समय से सेंटर में देह व्यापार चल रहा था। शुक्रवार शाम सात बजे सीओ सिटी आइपीएस आसना चौधरी ने कोतवाली पुलिस के साथ कृष्णा नगर चौराहा के समीप मुख्य मार्ग पर संचालित ब्लासम थाई स्पा एंड सैलून पर छापा मारा। यहां अंदर से आपत्तिजनक अवस्था में युवक और युवती मिलीं। इन्हें हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा गया। इसके बाद पुलिस टीम ने यहां से कुछ दूरी पर कृष्णानगर की बैंक कालोनी स्थित हेवन स्पा सेंटर पर छापा मारा यहां भी काफी युवक और युवती मिले। इनमें एक स्पा संचालक भी बताया जा रहा है।
सीओ आसना चौधरी ने बताया, सूचना के आधार पर पुलिस ने दो स्पा सेंटरों पर छापामार कार्रवाई की। यहां से चार युवकों को गिरफ्तार करते हुए 15 लड़कियां बरामद की गई हैं। मौके से मिले आपत्तिजनक सामान से साबित हुआ है कि यहां देह व्यापार हो रहा था। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। मोटी कमाई के लिए लोगों ने शहरी क्षेत्र में जगह-जगह देह व्यापार के अड्डे खोल रखे हैं। इसके अलावा स्पा सेंटर की आड़ में भी इस तरह का घिनौना काम किया जा रहा है। लेकिन, पुलिस इस ओर कार्रवाई करने में कतरा रही है। कुछ समय पूर्व हाईवे पर स्थित एक प्लाजा में भी स्पा सेंटर पर पुलिस ने छापा मारा था। यहां बड़ी संख्या में युवक-युवती मिले थे। एक स्पा सेंटर पर छापे के दौरान सेंटर की व्यवस्था देख रहे युवक के मोबाइल पर एक संदेश मिला है। सूत्रों का कहना है कि इस संदेश में दिल्ली में बैठे स्पा संचालक ने अपने कर्मचारी को पुलिस की एक विंग के कर्मचारी के आने पर तीस हजार रुपये की जगह 35 हजार रुपये देने की बात कही।
इस संदेश से यह आशंका जताई जा रही है कि कोई 35 हजार रुपये महीना स्पा सेंटर का संचालन कराने को ले रहा था। एक सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर स्पा सेंटर पर इतने बड़े पैमाने पर बिना संरक्षण के देह व्यापार नहीं हो सकता है।कृष्णा नगर जैसे व्यस्त मार्ग पर इस तरह स्पा सेंटर का संचालन बिना किसी के संरक्षण के चल नहीं सकता है। वह भी तब, जब आसपास के लोगों को भी इसकी पूरी जानकारी थी। आसपास के दुकानदारों का कहना है कि यहां काफी समय से युवक-युवतियों का आना-जाना लगा रहता था। ऐसे में उन्हें यह शक था कि यहां गलत धंधा होता है, लेकिन वह किसी को शिकायत करने में डर रहे थे। शहर में पूर्व में तैनात रहे एक अधिकारी को इसके बारे में जानकारी दी गई, लेकिन उन्होंने देखेंगे कहकर टाल दिया। पुलिस विभाग के निचले स्तर के अधिकारियों को भी इसकी व्यापक जानकारी थी। गहनता से जांच हुई तो बड़े खेल से पर्दा उठ सकता है। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि अभी मोबाइल की जांच सीओ सिटी कर रही हैं। यदि इस तरह कोई कोई मामला आएगा, तो किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा।