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यूपी डेस्क: जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही योगी सरकार में लापरवाही बरतना पांच अधिकारियों को महंगा पड़ गया। मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक से अनुपस्थित इन अधिकारियों का वेतन मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने रोक दिया। सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भी लिखा गया है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देते हुए मरीज माफिया के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रविवार को एनेक्सी भवन में विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक थी। योगी ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ व समृद्ध बनाने पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश में माफियाराज ध्वस्त हो गया है।
मेडिकल पेशे में कभी-कभी एंबुलेंस माफिया या मरीजों को भर्ती कराने में बिचौलियों के खेल की शिकायतें आती हैं। इस पर सतत सख्ती जरूरी है। ऐसी कार्रवाई की जाए जिससे मेडिकल फील्ड में कोई माफिया पनपने न पाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशील रहें। उनका त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें। इसमें हीला-हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जनता दर्शन में आगरा से आई एक महिला ने जब मुख्यमंत्री को अपना आवास न होने की समस्या बताई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। महिला को भरोसा दिलाया कि शासन की योजना के तहत आवास की व्यवस्था निश्चित रूप से की जाएगी। हर पात्र व्यक्ति को आवास मिलेगा। किसी को इसके लिए निराश नहीं होना पड़ेगा। यह निर्देश वह रविवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान दे रहे थे। दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने रविवार की सुबह मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में जनता दर्शन कर करीब 200 लोगों की समस्या सुनी।