गोरखपुर में छात्र की हत्या में शामिल तस्कर मुठभेड़ में गिरफ्तार, एक लाख का था इनामी

Fourth Pillar Live

यूपी डेस्क: महुआचाफी गांव में नीट की तैयारी कर रहे छात्र की हत्या में आरोपित एक लाख रुपये के इनामी पशु तस्कर रहीम को पुलिस ने बुधवार को मुठभेड़ में दबोच लिया। कुशीनगर और पिपराइच थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे रामकोला क्षेत्र के मिश्रौली गांव के पास घेरा तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में तस्कर के दोनों पैरों में गोली लगने से वह घायल हो गया। उसके पास से पिस्टल और चोरी की बाइक बरामद हुई। रहीम पटहेरवा क्षेत्र के कूचिया गांव का रहने वाला है। घटना के बाद से वह पुलिस की रडार पर था। वहीं, दो अन्य तस्कर छोटू और राजू पहले ही हिरासत में आ चुके हैं। अभी दो और फरार तस्करों की तलाश के लिए पांच टीमें दबिश दे रही हैं।

एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि घटना में नाम सामने आने पर रहीम के ऊपर एक लाख रुये का इनाम घोषित हुआ था। महुआचाफी कांड में उसकी भूमिका प्रमुख मानी जा रही है। पिपराइच पुलिस को बुधवार की दोपहर उसकी लोकेशन रामकोला क्षेत्र में मिली। कुशीनगर पुलिस की मदद से उसे पकड़ने का प्रयास किया तो फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा। जवाबी कार्रवाई में उसके दोनों पैर में गोली लगी। तस्कर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार दोपहर बाद पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने नारेबाजी करने के साथ ही गांव के बाहर ही रोक दिया। परिवार के साथ खड़े रहने का भरोसा देने पर लोग माने। इसके बाद विधायक पीड़ित परिवार से मिले। न्याय दिलाने का भरोसा दिया और कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश मंगलवार शाम को ही गोरखपुर पहुंच गए थे।

रात को उन्होंने सर्किट हाउस में एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआइजी रेंज डा. एस चनप्पा के साथ ही गाेरखपुर, देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज के पुलिस कप्तान संग लंबी बैठक की। उन्होंने साफ कहा कि यह वारदात पुलिस के लिए चुनौती है, इसे मिशन मोड पर सुलझाना होगा। इससे पहले एडीजी ने महुआचाफी जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया, घायल पुलिसकर्मियों से भी मुलाकात की और हालात की जानकारी ली। बुधवार को दोपहर बाद वे लखनऊ रवाना हो गए। पिपराइच क्षेत्र के महुआचाफी गांव में सोमवार की रात 12वीं पास छात्र दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई। आरोप है कि पशु तस्करों ने उसे अगवा करने के बाद बेरहमी से पीटा और सड़क किनारे फेंक दिया। परिवारीजन और ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने घटना की जानकारी समय पर मिलने के बावजूद खोजबीन में लापरवाही बरती, जिससे दीपक की जान नहीं बच पाई। वारदात के बाद गांव में भारी बवाल हुआ।

आक्रोशित ग्रामीणों ने एक तस्कर को पकड़कर पुलिस को सौंपा और उसकी पिकअप फूंक दी। पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में एसपी नार्थ और पिपराइच थानेदार समेत सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। मंगलवार सुबह भट्ठा चौराहा जाम कर ग्रामीणों ने गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग रखी। मामले की गंभीरता देखते हुए एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश गोरखपुर पहुंचे और अफसरों के साथ मीटिंग कर तस्करों के नेटवर्क पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

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