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यूपी डेस्क: लखनऊ के पीजीआई इलाके के बाबूखेड़ा गांव में एक खौफनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. यहां रहने वाली रेनू यादव अपने मायके से घर लौटी थीं. इसी के बाद उनकी हत्या कर दी गई. रेनू के पति रमेश यादव दूध बेचने का काम करते हैं. रेनू के छोटे बेटे नितिन ने पुलिस को बताया है कि मां घर लौट आई थीं. लेकिन जब वह शाम करीब 4 बजे घर पहुंचा तो दरवाजा खुलते ही सामने मां खून से लथपथ पड़ी थीं. घर का सामान बिखरा था. दीवारों, सिलेंडर और जमीन पर खून के छींटे थे. रेनू का मझला बेटा 20 साल का निखिल घर में नहीं था और उसकी बाइक भी गायब थी.
पुलिस का कहना है कि मौके से करीब 5-6 लाख रुपये का सामान लूटे जाने की जानकारी मिली है. शुरुआती जांच में यह साफ हो गया कि हत्या किसी भारी चीज से की गई. लेकिन मामला केवल चोरी और हत्या तक सीमित नहीं था. मृतक महिला रेनू के बेटे निखिल के अचानक लापता होने ने पूरी कहानी में नया मोड़ ला दिया. जांच के दौरान सामने आया कि निखिल ने पहले अपने मामा को फोन कर बताया था कि कुछ लोग बंदूक लेकर उसका पीछा कर रहे हैं और उसे बचाने की गुहार लगाई. इसके बाद उसका फोन बंद हो गया. पुलिस को बाद में रमेश यादव ने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सौंपी, जिससे पता चला कि निखिल ने कुछ लोन लिया था, जिसे वह चुका नहीं पाया था और इसी को लेकर उसे जान से मारने की धमकी मिली थी.
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल का कहना है कि इस मामले में पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि बदमाशों को घर के बारे में पूरी जानकारी थी, इसलिए शक की दिशा परिवार और नजदीकी संबंधियों तक भी बढ़ी है. हर एंगल से जांच की जा रही है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें रेनू के बेटे निखिल को वारदात के वक्त के बाद जाते हुए देखा गया. यह वीडियो पुलिस जांच का अहम हिस्सा बन गया है. इस भयावह घटना ने पूरे बाबूखेड़ा गांव के लोगों को सन्न कर दिया है. वहीं, पुलिस का कहना है कि जल्द इस घटना का खुलासा किया जाएगा. हत्या, लूट और निखिल के रहस्यमय तरीके से लापता होने की घटना की जांच की जा रही है. निखिल की सुरक्षा और उसके हालात पर भी पुलिस की नजर है.