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यूपी डेस्क: शहर की तंग गलियों में चल रहे नकली दवा के कारोबार पर मंगलवार को औषधि विभाग ने लुधियाना नारकोटिक्स टास्क टीम के साथ मिलकर छापेमारी की। संयुक्त छापेमारी तीसरी मंजिल पर बने घर में 28.85 लाख की धनराशि, नोट गिनने की मशीन, पांच लाख रुपये तक की एंटीबायोटिक और डीएसआर दवा और इंजेक्शन के साथ दवा पैकिंग और बैच नंबर की मशीन मिली है।
बड़े स्तर पर घर नकली दवाओं की खेप मिलने पर औषधि विभाग की ओर से दुकान को सील कर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। इसके साथ ही घर से मिली पांच दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अब औषधि विभाग शहर में फैले नकली दवा बनाने के कारोबार के खिलाफ अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है। बिरहाना रोड की नील वाली गली में श्री लक्ष्मी फार्मा मेडिकल एंड सर्जिकल की दुकान में औषधि विभाग की टीम ने लुधियाना नारकोटिक्स टास्क फोर्स के साथ मंगलवार को सुबह 11 बजे दुकान में छापा मारा। जहां संचालक राहुल अग्रवाल जांच टीम को घर दिखाने के बहाने भाग निकले। इसके बाद जांच टीम ने दुकान के ऊपर तीसरी मंजिल में बने घर में छापा मारा। मौके पर लुधियाना में पकड़ी गई गुजरात की कंपनी के बैच की नकली दवाओं की खेप मिली है। जिसका प्रयोग नशे के रूप में किया जा रहा था।
औषधि निरीक्षण रेखा सचान ने बताया कि छोटे से घर में बिना प्रयोगशाला, विज्ञानी और डाक्टर तथा बिना लाइसेंस के दवाओं के निर्माण और पैकेजिंग का काम चल रहा था। दुकान में छापेमारी के दौरान संचालक के भाग जाने के बाद उसकी पत्नी पायल अग्रवाल से पूछताछ की गई। सुबह 11 बजे से देर रात तक टीम ने पायल अग्रवाल से दवाओं की सैंपलिंग और कहां-कहां दवाएं जा रही है और उसकी खेप की जानकारी हासिल की है। उन्होंने बताया कि गुजरात कंपनी की दवा नकली दवा बनाने के लिए घर में करीब पांच लाख की दवाएं, 28.85 लाख नकद धनराशि भी मिली है। घर में दवाओं को पैक करने के रैपर, बैच नंबर डालने और लेजर वाली मशीन, सीरप की बोतलों की खेप मिली है। जिसकी कई चरण में सैंपलिंग कर वाराणसी स्थित प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। छोटे से घर में दवा बनाने के लिए प्रयोग होने वाली शेष सामग्री को भी सील कर लिया गया है।
औषधि विभाग की टीम को शक है कि बिरहाना रोड की नील वाली गली स्थित मकान से एंटीबायोटिक और संक्रमण में प्रयोग होने वाली दवाओं की खेप पंजाब, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार और कई राज्यों में सप्लाई की जा रही थी। श्री लक्ष्मी फार्मा मेडिकल एंड सर्जिकल के संचालक राहुल गुप्ता से दवाओं की सप्लाई के केंद्र को लेकर पूछताछ जारी है। घर में अवैध रूप से संचालित फैक्ट्री में बनी दवाओं को घर की आलमारी, बिस्तर, झोले और बोरी में रखा गया था। जिसे अब सील कर लिया गया है। औषधि निरीक्षक रेखा सचान और ओपी पाल ने बताया कि शहर की गलियों में चल रहे नकली दवा के अवैध कारोबार का बड़ा मामला सामने आया है। अब औषधि विभाग की टीम सूचना के आधार पर जगह-जगह छापेमारी कर नकली और गैर मानक युक्त दवाएं बनाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करेगी।