नई दिल्ली डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को यमुना नदी की सफाई का वादा पूरा करने में विफल रहने के लिए पिछली अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की और कहा कि नदी की सफाई का लंबे समय से किया गया वादा अब पटरी पर है. केंद्रीय गृह मंत्री राष्ट्रीय राजधानी में यमुना के पुनरुद्धार के लिए 1,816 करोड़ रुपये की लागत वाली दिल्ली जल बोर्ड की परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एक व्यापक योजना विकसित की गई है- न केवल दिल्ली में, बल्कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज तक, जहां नदी गंगा से मिलती है. अमित शाह ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने आपसे वादा किया था कि हम अगले लोकसभा चुनाव से पहले यमुना की सफाई का काम पूरा कर देंगे. उनकी अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में अधिकारियों ने परियोजना की ऊंची लागत पर चिंता जताई. पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा था, पैसों की चिंता मत करो. हम दिल्ली में जितना भ्रष्टाचार मिटाएंगे और विज्ञापनों पर खर्च कम करेंगे, यमुना उतनी ही शुद्ध होती जाएगी.’
अमित शाह ने एक ‘दैवीय संयोग’ की ओर भी इशारा करते हुए कहा कि यमुना के किनारे बसे सभी राज्यों- उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में वर्तमान में भाजपा की सरकारें हैं. उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब है कि देवी यमुना की कृपा से उनको प्रदूषण मुक्त करने का रास्ता साफ हो गया है.’ केंद्रीय गृह मंत्री ने यमुना नदी की सफाई का वादा पूरा नहीं करने के लिए पिछली अरविंद केजरीवाल सरकार की आलोचना की. उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि वह यमुना नदी को साफ करके उसमें डुबकी लगाने का अपना वादा पूरा करने में विफल रहे. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली की आपदा सरकार ने यमुना नदी की सफाई के लिए कुछ नहीं किया. उनके मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि वह नदी की सफाई करेंगे और उसमें डुबकी लगाएंगे. उन्होंने अपना वादा तो नहीं निभाया, लेकिन जब प्रवेश साहिब सिंह ने प्रदूषित नदी में उनके कटआउट को डुबकी लगवाई, तो उसे भी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.’ इससे पहले, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना की सफाई के लिए केंद्र द्वारा दी गई 2,000 करोड़ रुपये की सहायता का पूरा लाभ नहीं उठाने के लिए पिछली दिल्ली सरकार पर निशाना साधा था.
यमुना नदी की सफाई के प्रति अपनी सरकार की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, ‘हमारी सरकार ने यमुना में गिरने वाले 22 बड़े और 200 छोटे नालों का ड्रोन और भौतिक सर्वेक्षण करके नदी की सफाई का काम शुरू कर दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं यह दोहराना चाहती हूं कि यह लोगों की सेवा करने की हमारी प्रतिबद्धता की शुरुआत मात्र है. भविष्य में और भी कई पहल की जाएंगी.’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1,816 करोड़ रुपये की 18 परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिनमें कोंडली, केहोपुर, रोहिणी, कोरोनेशन पिलर, नरेला, यमुना विहार और नजफगढ़ में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का एक्सटेंशन और निर्माण शामिल है. इन परियोजनाओं में सिरसपुर और दूसरे जलाशय, पम्पिंग स्टेशन भी शामिल हैं.