Fourth Pillar Live
यूपी डेस्क: शुभांशु शुक्ला अपनी पत्नी और बेटे के साथ आज सुबह लखनऊ पहुंचे, जहां यूपी के उपमुख्यमंत्री और लखनऊ वासियों ने तिरंग और फूल-मालाओं के साथ एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया. इस दौरान बैंड की धुनें गूंज रही थीं, जिसने माहौल को और उत्साहपूर्ण बना दिया. वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुरक्षा कारणों के चलते शुभांशु को अपने घर जाने की अनुमति नहीं दी गई है, जिसके चलते उनका ये दौरा विशेष रूप से आयोजित विक्ट्री परेड तक ही सीमित रहेगा. शुभांशु शुक्ला आज लखनऊ में आयोजित होने वाली विक्ट्री परेड में हिस्सा लेंगे. इस परेड में वह एक विशेष कार में सवार होंगे, जबकि उनके परिवार के लिए एक अलग ओपन जीप की व्यवस्था की गई है. परेड की सुरक्षा के लिए पुलिस का काफिला भी मौजूद रहेगा और पुलिस की गाड़ियां इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनेंगी. इस परेड में स्कूली बच्चे भी शामिल होंगे जो एस्ट्रोनॉट बने हैं.
वहीं, विक्ट्री परेड में हिस्सा लेने से पहले शुभांशु ने आजतक से खास बातचीत करते हुए कहा कि मैं बहुत उत्साहित हूं. सूत्रों के अनुसार, ये आयोजन शुभांशु की उपलब्धियों को सम्मानित करने और उनके योगदान को रेखांकित करने के लिए आयोजित किया जा रहा है. हालांकि, सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने शुभांशु को उनके घर जाने की अनुमति नहीं दी है. सूत्रों का कहना है कि ये फैसला उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है. दरअसल, शुभांशु को एक्सिओम-4 मिशन के लिए प्राइम एस्ट्रोनॉट के रूप में चुना गया जो नासा, स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस के सहयोग से 25 जून 2025 को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ था. इस मिशन में वह मिशन पायलट थे और कमांडर पैगी व्हिटसन के नेतृत्व में स्लावोज़ उज़्नांस्की-विस्निवस्की (पोलैंड) और टिबोर कपु (हंगरी) के साथ ISS पर गए. उन्होंने 18 दिन तक माइक्रोएल्गी प्रयोग, मूंग और मेथी के अंकुरण, सूक्ष्मजीवों का अध्ययन और मानव मांसपेशियों पर माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव जैसे सात भारतीय प्रयोग किए. लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला आईएसएस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने और उन्होंने मिशन के अनुभव को बहुत उत्साहजनक बताया था.