महत्वपूर्ण पदों को भरने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया निर्देश

Fourth Pillar Live

यूपी डेस्क: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आकांक्षात्मक जिले और विकास खंड का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं। इन क्षेत्रों में किसी भी महत्वपूर्ण पद पर रिक्तियां स्वीकार्य नहीं है। सरकार आकांक्षात्मक क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने रविवार को प्रदेश के आकांक्षात्मक जिलों व विकास खंडों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आकांक्षात्मक क्षेत्रों में जहां भी रिक्तियां हैं, वहां तत्काल नियुक्ति की जाए। सभी विभाग समन्वय और ठोस कार्ययोजना के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ें।

उन्होंने कहा कि किसी पद पर कार्यभार किसी को सौंपते समय यह अवश्य देख लिया जाए कि संबंधित प्रभारी अधिकारी दोनों स्थानों पर व्यावहारिक रूप से उपलब्ध रह सकता है अथवा नहीं। यह उचित नहीं होगा कि प्रभार जिले के बाहर तैनात किसी अधिकारी को दिया जाए, जिससे कार्य प्रभावित हो। मुख्यमंत्री ने जनभागीदारी, नवाचार, पारदर्शिता और समयबद्ध क्रियान्वयन को आकांक्षात्मक विकास खंड तथा आकांक्षात्मक जिला कार्यक्रम की सफलता का मूल आधार बताया। समीक्षा के दौरान मुख्य्मंत्री ने बांसडीह बलिया में आर्गेनिक तरीके से छह हेक्टेयर में नींबू का उत्पादन व निर्यात के प्रयासों की सराहना की। पूरेडलई बाराबंकी में प्रतिभा महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित ब्यूटी पार्लर से लगभग 15 हजार की आमदनी के प्रयासों को भी सराहा।

उन्होंने फतेहपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर स्थापित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर को तकनीकी नवाचार का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के प्रयोग अन्य जिलों में भी किए जाएं। निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों में नवाचारों के माध्यम से बेहतर परिणाम सामने आए हैं, वहां की कार्यप्रणाली को अन्य ब्लाकों में दोहराया जाए। समीक्षा बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किए गए स्थलीय भ्रमण की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिसमें जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन, नवाचारों की उपलब्धि तथा आवश्यक सुधार बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बताया गया कि 106 विकास खंडों ने ‘ब्लाक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी’ के अनुरूप अपने लक्ष्यों को प्राप्त किया है।

प्रमुख सचिव व सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों ने आठ आकांक्षात्मक जिलों बहराइच, बलरामपुर, चंदौली, चित्रकूट, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र और श्रावस्ती का निरीक्षण किया था। क्षेत्र भ्रमण रिपोर्ट को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की वास्तविक स्थिति के प्रभावी मूल्यांकन के लिए डेटा संग्रहण प्रणाली को और बेहतर किया जाए। निरीक्षण रिपोर्टों के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए योजनाओं की मानिटरिंग की जाए। मुख्यमंत्री को बताया गया कि बलरामपुर जिले में ‘मां पाटेश्वरी पुनर्वास योजना’ के अंतर्गत बाढ़ प्रभावितों के पुनर्वास की प्रभावी व्यवस्था की गई है। चित्रकूट में सभी ग्राम पंचायतों में कामन सर्विस सेंटर स्थापित किए गए हैं तथा स्वास्थ्य और पोषण संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है। अमेठी के शुकुलबाजार में तैनात सीएम फेलो द्वारा घर-घर जाकर 2,198 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। 106 आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन मशीनें क्रियाशील कराई गईं हैं और पात्र बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से जोड़ा गया है।

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