Fourth Pillar Live
यूपी डेस्क: कथित पत्रकार और सप्लाई किंग के रूप में विख्यात गज गोबर सिंह के एक नहीं सैकड़ों किस्से मीडिया जगत में भरे पड़े हैं. चौथे स्तम्भ को बर्बाद और बदनाम करने वाला गज गोबर सिंह ने सैकड़ों लड़कियों को अपनी सप्लाई चेन में शामिल कर बर्बाद करने का काम किया है। कई महिलाओं की दुनिया उजाड़ने के बाद सप्लाई किंग गज गोबर सिंह अपनी पत्नी का भी सगा नहीं रहा. शादी के कुछ ही दिनों बाद वह अपनी पत्नी से अलग हो गया. पति – पत्नी को अलग हुए 10 साल होने को है, लेकिन सप्लाई किंग गज गोबर सिंह 10 दिन भी अपनी प्रियसी के साथ नहीं रह सका, कई महिलाओं से अलग – अलग सम्बन्ध और धंधे के बारे में जानते हुए गज गोबर सिंह की पत्नी ने जबसे दूसरी महिला के साथ एक फ़्लैट में पकड़ा, तबसे स्थितियां और भी खराब हो चली. शादी टूटी, जिसका मुकदमा काफी लंबे समय से विचाराधीन है.
मीडिया में करियर बनाने की सोच रखने वाली ( फ्रेशर लड़कियों ) को ढाल बनाकर अपने आप को सप्लाई किंग के रूप में स्थापित करने वाला गज गोबर सिंह हर दिन कोई न कोई गिरी हरकत करता रहता है. मीडिया की चकाचौंध से प्रभावित रहने वाली कई युवतियों को एंकर बनने का झांसा देकर पहले तो उन्हें चैनल में भर्ती करता है फिर उनका शारीरिक शोषण करके उन्हें अफसर-नेताओं के सामने परोसने की कोशिश करता है.जो युवती मान जाती है उसे तो सैलरी देता रहता है जो लड़की इंकार करती है उसे बिना पैसा दिए चैनल से बाहर का रास्ता दिखा देता है. इसके शोषण का शिकार दर्जनों लड़कियों दिल्ली-एनसीआर और लखनऊ में न्याय की आस लिए भटक रही हैं. गज गोबर सिंह अब चाहता है कि उसे पारिवारिक विवाद से छुटकारा मिले लेकिन मामला न्यायालय में विचाराधीन है. जिसके चलते सप्लाई किंग चाहते हुए भी ( वैश्या चारण ) से शादी नहीं कर सकता. लिहाजा नोएडा, लखनऊ समेत विभिन्न जगहों पर एक साथ रहते हुए दोनों की कहानी मीडिया जगजाहिर है.
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गज गोबर सिंह अब साधना के मालिकों को आपस में लड़ा कर खूब माल काट रहा है. जानकारी के हिसाब से साधना न्यूज़ चैनल के मालिकों ( चारों भाइयों ) को अपने आप को सबसे सगा जताने की कोशिश करता है और चारों भाइयों और उनके बच्चों को आपस में खूब बुराई करके अपना उल्लू सीधा करता है. चैनल मालिकों और उनके बेटों को आपस में लड़ाने के बाद, गज गोबर सिंह लाखों-करोड़ों रुपए ऐड ( विज्ञापन ) के माध्यम से निगल चुका है. चैनल के फ़र्ज़ी तरीके से कागज़ात तैयार कराकर उसे न्यूज़ चैनल बतवाता है और कई प्रदेशों में अपनी सप्लाई वाली शैली को ढाल बताते हुए लड़कियों को आगे कर कार्यक्रम करवाता है और नेताओं/अधिकारीयों से सांठ-गांठ कर अपने असल धंधे में जुट जाता है.
सुनने में यह भी आया है की गज गोबर सिंह अब स्वयं साधना न्यूज़ चैनल का मालिक बनने की फिराक में है. आपस में सभी भाइयों ( मालिकों ) को लड़ा कर के चैनल पर कब्जा करने की कोशिश में भी लगा हुआ है. जिसके लिए वह अपनी कई महिला मित्रों को स्लीपिंग सेल के रूप में तैनात भी कर चुका है. तमाम तरह के व्यापार करने के साथ-साथ साधना के मालिकों को “चमड़ा उद्योग” खूब भाता है. जिसकी वजह से गज गोबर सिंह इतने लंबे समय से वहां पर न सिर्फ टिका हुआ है बल्कि तमाम तितलियों के दम पर मजबूती से स्थापित भी है.