ग़ाज़ियाबाद में 500 करोड़ की ठगी, पुलिस के हत्थे चढ़े तीन शातिर अपराधी

Fourth Pillar Live

एनसीआर डेस्क: गाजियाबाद में रामप्रस्था कॉलोनी में कारोबारी अमित किशोर जैन को गोली मारकर घायल करने के मामले में लिंक रोड पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, इनमें से दो आरोपित पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए हैं। सोशल मीडिया पर लाइक्स से कमाई का झांसा देकर ढाई लाख से अधिक लोगों से कुल 500 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोपी अनुराग ने कारोबारी की हत्या के लिए पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी, वह प्रॉपर्टी सीज कराने और केस में गवाह होने के कारण कारोबारी से रंजिश रखता है।

18 जून को रामप्रस्था कॉलोनी में रहने वाले कारोबारी अमित किशोर जैन को अज्ञात लोगों ने गोली मारकर घायल कर दिया था। इस मामले में शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से सैन विहार के प्रियांशु तेवतिया को ट्रेस कर दो जुलाई को गिरफ्तार किया था। डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि वारदात में बुलंदशहर के भूड़ आंबेडकर नगर के अश्वनी उर्फ दिलावर, प्रियांशु गौतम और शाहपुर बम्हैटा के अमित यादव के भी शामिल होने का पता चला। आरोपित से पूछताछ में पता चला कि लाइक्स से कमाई के नाम पर लोगों से 500 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाली एडबुक मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग ने पांच लाख रुपये में अमित किशोर जैन की हत्या की सुपारी दी थी।

मेरठ के नेहरू नगर में रहने वाले अनुराग गर्ग ने वर्ष 2016 में लालकुआं से दादरी तक प्रॉपर्टी का काम किया था। इस बीच विवाद पर अमित जैन ने अनुराग गर्ग की प्रॉपर्टी सीज करा दी थी। इसी रंजिश में अनुराग ने प्लाट में मिट्टी डालने का कार्य करने वाले अमित यादव से कारोबारी अमित किशोर जैन की हत्या करने की बात कही, इसके बदले में पांच लाख रुपये देने का वादा किया। अमित यादव ने यह बात अपने दोस्त प्रियांशु गौतम से बताई थी। प्रियांशु ने अपने दोस्त प्रियांशु तेवतिया और अश्वनी से हत्या कराने की बात कही थी। चारों आरोपितों ने 15 अप्रैल को आरडीसी में अनुराग गर्ग से मुलाकात की थी।

अनुराग ने उन्हें एक मोबाइल दिया, जिसमें अमित जैन के फोटो, पते की जानकारी थी। इसके अलावा 50 हजार रुपये एडवांस दिए। प्रियांशु गौतम, अश्वनी उर्फ दिलावर और प्रियांशु तेवतिया ने अमित जैन के घर की रेकी की। रेकी के बाद प्रियांशु तेवतिया और अश्वनी ने 16 जून को कारोबारी पर फायरिंग कर दी थी, जिसमे वह घायल हो गए थे। पुलिस ने प्रियांशु तेवतिया को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश किया गया था। शनिवार की रात को पुलिस मुठभेड़ में अमित यादव और अश्वनी उर्फ दिलावर को गिरफ्तार किया गया। चौथे आरोपित प्रियांशु गौतम को लालकुआं से रविवार सुबह गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि अनुराग गर्ग के खिलाफ गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ और मेरठ के थानों में धोखाधड़ी और कोर्ट के आदेश की अवमानना में भगोड़ा होने समेत कुल 56 केस दर्ज हैं। प्रॉपर्टी डीलिंग के कार्य के दौरान उसकी मुलाकात संदेश वर्मा, रवि रस्तोगी, आलोक रस्तोगी, अखिलेश चौहान से हुई।

इसके बाद उक्त सभी ने पार्टनरशिप में वेबवर्क प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई थी। कंपनी पर लाइक्स से कमाई का झांसा देकर 2.5 लाख लोगों से 500 करोड़ की ठगी का आरोप लगा था। अनुराग गर्ग को वर्ष 2017 में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में कारोबारी अमित किशोर जैन ने भी कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। धोखाधड़ी के मामले में अमित जैन की गवाही न हो सके, इसलिए भी उसकी सुपारी दी गई थी। सुपारी देने के बाद 23 अप्रैल को अनुराग गर्ग पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था।

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