Fourth Pillar Live
एनसीआर डेस्क: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की प्रवर्तन टीम ने जोन-एक के गांव मोरटी में करीब सात हजार वर्ग गज में विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी को ध्वस्त किया। इस दौरान कॉलोनाइजर ने प्रवर्तन टीम का विरोध किया, लेकिन पुलिसबल ने उन्हें मौके से हटाते हुए मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी। मोरटी के खसरा नंबर 352 में करीब एक हजार वर्ग मीटर, खसरा संख्या 175 व 176 में छह हजार वर्ग मीटर जमीन पर कॉलोनाइजर अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी में निर्माण को ध्वस्त किया। इस दौरान बुलडोजर से अवैध कॉलोनी की सड़क, प्लॉटिंग और चारदीवारी को तोड़ा गया। प्राधिकरण की ओर से लोगों को सलाह दी गई कि अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी में भूखंड व भवनों का क्रय-विक्रय न करें।
इंदिरापुरम विस्तार योजना में ऐसे आवंटियों को जल्द कब्जा मिलेगा, जिन्होंने हाल में जीडीए की नीलामी प्रक्रिया के दौरान भूखंड खरीदे हैं। प्राधिकरण के अभियंत्रण अनुभाग द्वारा भूमिगत पानी की लाइन, सीवर और ड्रेनेज कार्य अंतिम चरण में है। उक्त जानकारी देते हुए जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि योजना के तहत यहां बडे हिस्से में सडक का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। इंदिरापुरम विस्तार में विकास कार्य तेजी के साथ पूरा करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की गई थी। करीब तीन करोड की लागत से विकास कार्य कराये जा रहे हैं। श्मशान घाट के आसपास की दीवार के निर्माण का कार्य जारी है।
उन्होंने बताया कि प्राधिकरण द्वारा जल्द रिक्त भूखंडों की भी नीलामी प्रक्रिया भी आरंभ होगी। इंदिरापुरम विस्तार में जिस जमीन पर यह योजना निकाली गई है उस समय 34,544 वर्ग मीटर का भूखंड ग्रुप हाउसिंग के लिए प्रस्तावित था। ग्रुप हाउसिंग के लिए प्रस्तावित भूखंड को नीलाम नहीं किया जा सका था। कमेटी गठित कर प्रस्तावित भूखंड को छोटे भूखंडों में तब्दील करने का प्रस्ताव बोर्ड में रखा गया। बोर्ड की स्वीकृति के बाद 300 से 578 वर्ग मीटर साइज के भूखंडों में इसे विभाजित किए गए। उन्होंने बताया कि योजना में व्यवसायिक गतिविधि के लिए भी भूखंड प्रस्तावित किए गए। ताकि, आवंटी यहां अपना आशियाना बनाए तो पास में ही उन्हें जरूरत की वस्तुएं उपलब्ध हो सकें।